हिम्मतनगर: साबरकांठा का प्रवेश-द्वार
हथमती नदी किनारे बसे हिम्मतनगर से—इडर की पहाड़ियाँ, श्यामलाजी मंदिर और पोलो की हरियाली तक—यह गाइड आपकी यात्रा को सहज और सार्थक बनाएगा।
क्यों आएं
अरावली की तराई, इडर की चट्टानें, श्यामलाजी की नक्काशी और पोलो की हरित राहें—और शहर की सहज सुविधाएँ।
उपयुक्त समय
अक्टूबर–फरवरी। गर्मियों में सुबह/शाम, बारिश में हरियाली।
दिनों की संख्या
2–3 दिन में मुख्य आकर्षण; फोटोग्राफी/उत्सव हेतु एक-दो दिन और जोड़ें।
परिचय
हिम्मतनगर (हिम्मत नगर) साबरकांठा का प्रशासनिक केंद्र…
मुख्य अनुभव
इडर की चढ़ाई, श्यामलाजी की नक्काशी, पोलो की हरी राहें…
भोजन
ढोकला, खांडवी, हांडवो, थाली—कढ़ी, दाल, रोटली, शाक, फर्साण…
यात्रा सुझाव
पानी की बोतल, सन-प्रोटेक्शन, मंदिरों में शॉल/स्कार्फ, शांति से फोटोग्राफी…